tag:blogger.com,1999:blog-1767026037456626947.post4927749083337561540..comments2023-10-26T06:53:56.362-07:00Comments on चिंतन: अधूरे सपनों का सचवंदना शुक्लाhttp://www.blogger.com/profile/16964614850887573213noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-1767026037456626947.post-88226415768630013742010-10-28T07:31:11.010-07:002010-10-28T07:31:11.010-07:00वाह पहली बार पढ़ा आपको बहुत अच्छा लगा.
आप बहुत अच्...वाह पहली बार पढ़ा आपको बहुत अच्छा लगा.<br />आप बहुत अच्छा लिखती हैं और गहरा भी.<br />बधाई.संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1767026037456626947.post-8566153516687790062010-10-28T07:28:38.454-07:002010-10-28T07:28:38.454-07:00बहुत अच्छी प्रस्तुति संवेदनशील हृदयस्पर्शी मन के भ...बहुत अच्छी प्रस्तुति संवेदनशील हृदयस्पर्शी मन के भावों को बहुत गहराई से लिखा हैसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1767026037456626947.post-64919675744665114312010-10-27T08:13:35.701-07:002010-10-27T08:13:35.701-07:00बहुत बहुत धन्यवाद् अरुणजी कि अपने मेरा ब्लॉग देखा ...बहुत बहुत धन्यवाद् अरुणजी कि अपने मेरा ब्लॉग देखा और सराहा...आपकी टिप्पणी मेरे लिए निस्संदेह मूल्यवान है !<br />धन्यवाद् पुनःवंदना शुक्लाhttps://www.blogger.com/profile/16964614850887573213noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1767026037456626947.post-71264685765881423762010-10-27T07:16:00.871-07:002010-10-27T07:16:00.871-07:00सुरुचिपूर्ण ब्लॉग और भावप्रवण कविताएँ. लिखती रहें....सुरुचिपूर्ण ब्लॉग और भावप्रवण कविताएँ. लिखती रहें.arun dev https://www.blogger.com/profile/14830567114242570848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1767026037456626947.post-55576907663942864142010-10-26T03:43:32.845-07:002010-10-26T03:43:32.845-07:00वाह! इस कविता को पढ़ते पढ़ते अंत तक आपने मुस्कुरान...वाह! इस कविता को पढ़ते पढ़ते अंत तक आपने मुस्कुराने पे मजबूर कर दिया <br />बधाईIshanhttps://www.blogger.com/profile/13437540314660396868noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1767026037456626947.post-69671847599612456802010-10-26T00:44:17.327-07:002010-10-26T00:44:17.327-07:00''बिखरना''
इस तरह
शुरुआत भी हो सक...''बिखरना''<br />इस तरह <br />शुरुआत भी हो सकती है<br />किसी नए सपने की <br />या फिर सपनों भरी<br />जिंदगी की <br />सकारात्मक संदेश देती रचना।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.com