3 जून 2015

वागर्थ के मार्च 2015 अंक में कहानी ‘’मशीन’’ प्रकाशित हुई थी जिसका अनुवाद गुजराती पत्रिका ‘’आनंद उपवन’’ (मुम्बई) तथा तेलुगु की प्रसिद्द फिक्शन राईटर श्रीवाल्ली राधिका (हैदराबाद) ने तेलगु में करने की अनुमति माँगी थी |अभी एर्नाकुलम केरला की लेखिका डॉ राधामणि (प्रोफ़ेसर एर्नाकुलम) ने फोन से इसी कहानी के मलयालम अनुवाद की अनुमति चाही है |.प्रिय कहानी के अनुवाद के लिए आप सभी का आभार

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