23 अक्तूबर 2010

सुबह



हर मुस्कुराती  सुबह
आगाज़ होती है 
एक उम्मीद भरे दिन का 
या फिर ,,
बीते दिन का आईना,
झिलमिलाते हैं जिसमे,
प्रतिबिम्ब जीवन के !
बीता दिन....
जो जिया गया,कभी 
ख़ूबसूरत सपनों  के साथ,
उम्मीदों से भरपूर,
बेहतरीन 
सपनों के लिए....
या फिर बिताया गया,
 टूटे सपनों के
गम में ,या 
अपूरित इच्छाओं के
सागर में डूबते उतराते
जैसे तैसे!
कभी देखा  है तुमने
उगती हुई भोर  का
खुबसूरत नज़ारा,और 
 की है गुफ्तगू  कभी
उत्फुल्लता से दमकती
चमकती,सुबह से?
गौर से सुनो उसे ,
कि तुम्हारी  ही तरह
उसने 
कल भी दस्तक  दी थी
आकाश पर ....
उतरी थी धरती पर,
इसी तरह मुस्कुराती 
ताजगी से लबरेज़,
उर्जा से भरी!
,पर क्या दोपहर की तपन ने उसे 
तपाया नहीं था?
रात के घटाटोप अँधेरे ने उसे
डराया नहीं था?
पर आज वो 
फिर हाज़िर है अपनी
सदाबहार मुस्कराहट के साथ
यही महसूस कराने कि
ज़िन्दगी नाम है 
सिर्फ एक 
मुस्कराहट का 

10 टिप्‍पणियां:

  1. Sbase pyari line....
    पर क्या दोपहर की तपन ने उसे
    तपाया नहीं था?
    रात के घटाटोप अँधेरे ने उसे
    डराया नहीं था?

    जवाब देंहटाएं
  2. पर आज वो
    फिर हाज़िर है अपनी
    सदाबहार मुस्कराहट के साथ
    यही महसूस कराने कि
    ज़िन्दगी नाम है
    सिर्फ एक
    मुस्कराहट का

    बहुत खूब !!

    जवाब देंहटाएं
  3. पर आज वो
    फिर हाज़िर है अपनी
    सदाबहार मुस्कराहट के साथ
    यही महसूस कराने कि
    ज़िन्दगी नाम है
    सिर्फ एक
    मुस्कराहट का

    वाह! सकारात्मक सोच को बेहद खूबसूरती से प्रस्तुत किया…………।सुन्दर अभिव्यक्ति।

    जवाब देंहटाएं
  4. गौर से सुनो उसे ,
    कि तुम्हारी ही तरह
    उसने
    कल भी दस्तक दी थी
    आकाश पर ....
    उतरी थी धरती पर,
    दिल कि गहराई से लिखी गयी रचना बधाई

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  5. धन्यवाद आप सभी का....!
    मुझ जैसे अंतर्मुखी व्यक्तित्व का सुबह से, एक गहरा और करीबी रिश्ता होता है शायद....मेरे लिए अमूमन यही सुबह अन्तः प्रेरणा का सबब भी होती है...इसीलिए ज़िन्दगी में सुबह की बहुत अहमियत है मेरे लिए
    आपको कविता अच्छी लगी इसके लिए पुनः धन्यवाद्
    वंदना

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  6. पर आज वो
    फिर हाज़िर है अपनी
    सदाबहार मुस्कराहट के साथ
    यही महसूस कराने कि
    ज़िन्दगी नाम है
    सिर्फ एक
    मुस्कराहट का
    प्रेरक पँक्तियाँ। बधाई।

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  7. वाह. आपने तो सुबह सुबह मुस्कुराने पर मजबूर कर दिया .
    सकारात्मक सोच का नया अंदाज़, जो आपकी पिछली कवितायों से ज़रा जुदा है, यहाँ देखने को मिला.
    बधाई .

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  8. बहोत उत्कृष्ट और बेतेरीन कविता!! शब्दों का पूर्ण उपयोग..
    बधाई

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  9. धन्यवाद् निर्मलाजी
    स्वागत है आपका मेरे ब्लॉग पर!आपके कमेंट्स मेरे लिए महत्वपूर्ण हैं ,
    वंदना

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  10. Aroh and ishan
    thanks for nice comments
    ''subah'' ki tazgi ki tarah apka zeevan hamesha tarotaza aur khila rahe isi shubhkamna ke saath
    thanks again
    vandana

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